Friday, June 18, 2010

Pitaji aur mataji-A tribute to my parents


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आपके बिना मुझे कुछ ना सुहाता जी,,
ओ मेरे पिताजी, ओ मेरे माताजी..

आपने बनाया आपने सँवारा,
मुझपे अपना तन-मन वारा!
आपके बिना मैं दुनिया मे कैसे आता जी!!
ओ मेरे पिताजी, ओ मेरे माताजी,,
आपके बिना मुझे कुछ ना सुहाता जी..

कंधे पे बिठाया, गोद मे सुलाया,
कभी - 2 अपने उपर सूसू भी कराया!
इतनी सारी यादें और कौन मुझे दे पाता जी!!
ओ मेरे पिताजी, ओ मेरे माताजी,,
आपके बिना मुझे कुछ ना सुहाता जी..

बैठना सिखाया, चलना सिखाया,
बोलना सिखाया और दौड़ना सिखाया!
आपके बिना मैं ये कैसे कर पाता जी!!
ओ मेरे पिताजी, ओ मेरे माताजी,,
आपके बिना मुझे कुछ ना सुहाता जी..

पढ़ाया लिखाया, आदमी बनाया,
दुनिया समझने समझदार बनाया!
ये सब क्या था मुझको पहले से आता जी!!
ओ मेरे पिताजी, ओ मेरे माताजी,,
आपके बिना मुझे कुछ ना सुहाता जी..

जीवन करता हू आपके नाम,
आपके सपने पूरे करना मेरा काम!
ता - उम्र आपकी सेवा करना,
मुझे ज़िंदगी का मकसद नज़र आता जी!!
ओ मेरे पिताजी, ओ मेरे माताजी,,
आपके बिना मुझे कुछ ना सुहाता जी..

फिट रखे और फाइन रखे,
रब्बा हमेशा आपको शाइन रखे!
रहे आपका हर पल मुस्कुराता जी!!
ओ मेरे पिताजी, ओ मेरे माताजी,,
आपके बिना मुझे कुछ ना सुहाता जी..

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